Health is Wealth
तन, मन, धन -
ये तीनो का आपस में रिश्ता है। सुखी जीवन और शांति से जीवन व्यतीत करने के लिए तन, मन और धन से पूर्ण होना चाहिए। लेकिन किसकी कितनी मात्रा रहे इसका ख्याल रखना चाहिए। कम, मध्यम और अधिक ये तीन शब्दों से इन तीनो की तुलना की जा सकती है। आईये देखते है की किसकी कितनी मात्रा होनी चाहिए एक सुखी और तंदुरुस्त जीवन के लिए।
कम - धन को कम रखे, जितनी उसकी आवश्यकता है उतना ही रखे और अगर अधिक है तो उस धन को जनहित कार्य में उपयोग करे।
मध्यम - तन को मध्यम रखे। न ज्यादा दुबला रखे और न ही ज्यादा मोटा करे। मध्यम शरीर निरोग रहता है।
अधिक - मन को अधिक यानि विशाल बनाये। मन को कम और मध्यम न बनाये। मन विशाल होगा तो इंसान को सुख मिलता है।
आपको हम तन, मन, धन से किस प्रकार सुखी रहा जाये इस विषय में अवगत कराएँगे। आशा है की आप सभी अपने जीवन में इस बात से लाभान्वित हो सकेंगे।
धन्यवाद !
जुलाई ०५. १७